आज के समय में कमर दर्द की समस्या आमतौर पर ज्यादा देखने को मिलती है। कमर दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द रहना एक आम स्वास्थ्य समस्या हो गई है। यह समस्या इतनी ज्यादा हो गई है कि यह वयस्कों को उनके जीवन में कभी न कभी प्रभावित करती ही है। पीठ दर्द या पीठ के निचले भाग में दर्द कई कारणों से हो सकता है जैसे ज्यादा देर एक ही पोजीशन में बैठे रहने से कमर में दर्द की समस्या होने लगती है। आजकल डेस्क जॉब के कारण ज्यादातर लोगों को कमर में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। कमर में दर्द ज्यादा देर बैठे रहने, एक करवट में सोने, गलत पॉश्चर और मांसपेशियों में सूजन के कारण हो जाता है। लेकिन कई बार कमर की नस दबने के कारण भी कमर में दर्द होने लगता है। हमारे शरीर में बल्ड सर्कुलेशन प्रभावित होने पर मांसपेशियों में जकड़न हो जाती है, जिसकी वजह से दर्द बढ़ जाता है। कमर दर्द की वजह से सुरेश देवी जी भी काफी परेशान थी। जानिए कैसे सुरेश देवी जी ने अपने कमर के दर्द को दूर किया। और आज वह काफी स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहीं हैं।
हरियाणा की रहने वाली सुरेश देवी जी की उम्र 64 साल है। इस उम्र में भी वह काफी स्वस्थ और सेहतमंद है। इससे ये पता चलता है कि आज सुरेश देवी जी ने अपना किस तरह से ख्याल रखा हुआ है। सुरेश देवी जी काफी सरल और दयालु स्वभाव की महिला हैं जो लोगों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। उनका एक छोटा सा परिवार है उस परिवार में वो लोग मिलजुल कर तथा बेहद खुश रहते हैं। परिवार में उनके तीन बेटे, तीन पोते और दो बहुएं हैं जो उनका बहुत ख्याल रखते हैं। वह अपने परिवार के साथ काफी खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही थी। फिर एक दिन ऐसा आया जब सुरेश देवी जी को कई बीमारियों ने घेर लिया। दरअसल उन्हें कमर दर्द की समस्या हो गई थी। जिसकी वजह से उनका चलना, उठना बैठना बेहद मुश्किल हो रहा था। इसी के साथ ही दिनभर बैठे रहने की वजह से एसिडिटी की समस्या ने भी उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। पहले से मुश्किलों का सामना कर रहीं सुरेश देवी जी बेहद ही परेशान थी जो एक समस्या उनके पास और आ गई। कहते हैं समय कितना भी बुरा क्यों न हो वो एक न एक दिन गुजर ही जाता है। पर सुरेश जी ने अपनी बढ़ती तकलीफों को देखते हुए ठीक होने की आस ही छोड़ दी थी। सुरेश देवी जी काफी परेशानी में आ गयीं। फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि जो सुरेश देवी जी ने कभी सोचा भी नहीं था। दरअसल उन्हें वो औषधि मिल ही गयी जिसकी तलाश वे काफी वक्त से कर रही थीं। दरअसल उनकी मुलाकात आयुर्वेद में मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से हुई। चलिए जानते हैं कि सुरेश देवी जी कैसे हकीम जी से मिलीं।
आपको बता दें एक दिन वह रोजाना की तरह ही टीवी देख रही थी जब उनकी नजर अचानक से हकीम साहब के बेहद चर्चित शो सेहत और जिंदगी पर गई जिसमें मशहूर हकीम साहब लोगों को यूनानी औषधि के बारें में बता रहे थे। लोगों को मिलते आराम को देखते हुए सुरेश देवी जी काफी प्रभावित हुई। उन्होंने देखा की हकीम साहब के घरेलू नुस्खों से कई लोगों को आराम मिल रहा है। इसके बाद बिना किसी देरी के उन्होंने कमर के दर्द में कारगर औषधि गोंद सियाह को ATIYA HERBS से मंगवा लिया। हकीम साहब के दिशा निर्देश के अनुसार ही सुरेश देवी जी ने हकीम साहब की यह औषधि अपनाई। थोड़े दिन बाद ही इसका असर उन्हें देखने को मिला। पहले उन्हें काफी परेशानी होती थी, उठने बैठने में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। उसके बाद उन्होनें गोंद सियाह का सेवन किया जिससे उन्हें कुछ ही दिनों में काफी राहत मिली। सुबह उठते ही जब वह घर का काम करने के लिए रसोई में गई तो उनके कमर दर्द में आराम महसूस होने लगा। इसके अलावा भी उन्हें कई समस्याएं थी। जिसमें स्लिप डिस्क की समस्या, घुटनों का दर्द, शामिल था। पर आज वह हकीम जी की औषधि को अपनाकर काफी सेहतमंद जिंदगी गुजार रहीं हैं।
अपनी समस्याओं में राहत मिलने के बाद वे काफी खुश हुईं। क्योंकि काफी समय से वे स्वस्थ होना चाहती थीं। हकीम जी और उनकी यूनानी औषधि ने सुरेश देवी जी को सेहतमंद कर दिया। अब वे बहुत ही आसान तरीके से अपना जीवन व्यतीत कर रही हैं। साथ ही वह हकीम जी की जड़ी बूटियों को लोगों तक भी पहुंचा रही हैं। वे चाहती हैं कि जिस प्रकार वे स्वस्थ हुई हैं उसी प्रकार दूसरे लोग भी हकीम जी की औषधि को अपनाकर स्वस्थ हो जायें जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। अब तक वे काफी लोगों की मदद कर चुकी हैं। सुरेश देवी जी कहती हैं कि अगर आपको जोड़ों का दर्द हो तो बिना कुछ सोचे आप गोंद सियाह का सेवन कर सकते हैं यह हम नहीं खुद सुरेश देवी जी अपनी मुंह जुबानी बता रहीं हैं क्योंकि उन्हें इस यूनानी गोंद से ही काफी आराम मिला है। आज जो वह सेहतमंद जिंदगी गुजार रहीं हैं उसका सारा श्रेय वह हकीम सुलेमान खान साहब को देती हैं। हकीम साहब पर उनका अटूट विश्वास है। वह यहीं दुआ करती हैं की हकीम साहब की उम्र लंबी हो और वह इसी तरह और लोगों की मदद करते रहें।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्य है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू (हिंदी)। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता हैं। यह एक मध्यप्रमाण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। वह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमे उस पेड़ के ही औषधीय गुण पाए जाते हैं गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द, शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है।
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5