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60 वर्ष की उम्र में भी लखनऊ की प्रसून वर्मा जी का पैरों का दर्द हुआ दूर

लखनऊ की प्रसून वर्मा जिनकी उम्र 60 वर्ष की है। वह आज बिल्कुल स्वस्थ और सेहतमंद हैं। प्रसून वर्मा जी का छोटा सा परिवार है जिसके साथ वह खुशी खुशी रह रहीं हैं। परिवार में उनका एक बेटा और दो बेटी हैं। दोनों बेटियाँ बैंक में जॉब करती हैं और बेटा भी कंपनी में ही सर्विस करता है। वे अपने परिवार के साथ आज एक स्वस्थ जीवन बिता रही हैं। प्रसून वर्मा जी एक सम्मानित गृहिणी हैं। मोहल्ले के लोग उनकी काफी इज्जत और सम्मान करते हैं। वह काफी दयालु और सरल स्वभाव की महिला हैं। उन्हें लोगों की सेवा करना बहुत अच्छा लगता है। लोगों की सेवा करने से वे कभी पीछे नहीं हटती हैं। खासकर बीमारी के मामले में। जहां बीमारी की बात आती है पहुँच जाती हैं खुद ही। अपनी इसी प्रवृत्ति की वजह से वे मोहल्ले और रिश्तेदारों के लोगों की प्रिय बनीं हुई हैं। आज बीमारी उनसे कोसों दूर भागती है। क्योंकि वे हमेशा अपनी सेहत का पूरा ख्याल रखती हैं।

बता दें कि प्रसून वर्मा जी भी अन्य लोगों की तरह ही कई बीमारियों से पीड़ित थीं। 60 वर्ष की उम्र और बीमारियाँ अनेक। इतनी बीमारी के साथ वह अपना जीवन बिता रहीं थीं। लेकिन बीमारियों के साथ आखिर किसकी बनी है जो प्रसून वर्मा जी की बनती। ज्यादा परेशानी आने पर अधिकतर समय में वह बिस्तर पर ही रहने लगीं। अचानक दर्द की समस्या होती तो अंग्रेजी दवाओं से काम चला लेतीं। लेकिन बीमारी कुछ समय के लिए तो रूक जाती हालत फिर वैसी के वैसी। उन्हें पैरों में दर्द, डायबिटीज और स्किन की सबसे ज्यादा समस्या थी। जिसका उन्हें इलाज मिलना काफी मुश्किल हो रहा था। इतनी बीमारियों के साथ जीना भला कहां आसान था।

उनके इस मुश्किल समय में परिवार वालों ने प्रसून वर्मा जी का पूरा ख्याल रखा। घरवाले उनकी देखरेख एक बच्चे की तरह करते थे। मनुष्य के जब सारे रास्ते बंद हो जाते हैं तो ऊपरवाला कोई ना कोई नया रास्ता उसके लिए खोल ही देता है। ऐसा ही एक रास्ता प्रसून वर्मा जी की जिंदगी में भी खुला। उनकी जिंदगी में भी एक फरिश्ता आया और वो फरिश्ता थे हकीम सुलेमान खान साहब जी।

प्रसून वर्मा जी का ज्यादातर वक्त घर पर ही टीवी देखते हुए निकल जाता था। एक दिन टीवी देखते देखते उन्होंने हकीम साहब का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा। सेहत और जिंदगी शो में उन्होंने देखा कि कैसे हकीम साहब घरेलू नुस्खों से लोगों की बीमारियों का इलाज कर रहे हैं। बड़ी से बड़ी बीमारी की दवा और उस दवा का सेवन वे केवल फोन पर ही बता रहे हैं। उनका यह शो देखकर प्रसून वर्मा जी हकीम साहब से काफी प्रभावित हुईं। प्रभावित होने के बाद प्रसून वर्मा जी नियमित रूप से उनका शो देखने लगीं। साथ ही उन्होंने हकीम जी के घरेलू नुस्खों को भी अपनाना शुरू कर दिया। हकीम साहब के घरेलू नुस्खों को अपनाकर उन्हें काफी आराम लगा। जिससे उनकी हकीम साहब के प्रति उम्मीद ओर बढ़ गयी।

रोजाना हकीम जी का शो देखने के बाद उनके मन में भी एक उम्मीद सी जागने लगी। हकीम जी के शो सेहत और जिंदगी में उन्होंने पहली बार गोंद सियाह का नाम सुना। जिसके बाद प्रसून वर्मा जी ने बिना किसी देरी के ATIYA HERBS से गोंद सियाह को मंगवा लिया। मंगवाने के बाद उन्होंने उसका हकीम साहब के द्वारा बताए गए निर्देशों के अनुसार सेवन करना शुरू कर दिया। प्रसून वर्मा जी बतातीं हैं कि गोंद सियाह का सेवन करने के कुछ दिनों बाद ही उन्हें काफी ज्यादा आराम मिलना शुरू हो गया था। जिसके बाद प्रसून वर्मा जी फूले नहीं समा रहीं थीं। उनकी डायबिटीज में भी सुधार हुआ और जो पैरों का दर्द था वो बहुत कम समय में ही गायब हो चुका था।

अपनी बीमारी से राहत पाने के बाद प्रसून वर्मा जी हकीम साहब को भगवान का रूप मानतीं हैं। साथ ही हकीम साहब द्वारा बताए गए नुस्खों से दूसरों लोगों तक पहुँचा रहीं है और उनकी मदद कर रही हैं। बता दें कि प्रसून वर्मा जी अब तक हकीम साहब के घरेलू नुस्खे और उनकी दवाइयाँ 50 से 60 लोगों तक पहुँचा चुकी हैं। उनका कहना है कि यदि हकीम साहब के घरेलू नुस्खों से किसी की बीमारी ठीक हो जाये तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है। साथ ही हकीम साहब के नुस्खों द्वारा ठीक हुए लोग भी प्रसून वर्मा जी का और हकीम साहब का दिल से धन्यवाद करते हैं।

यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा

गोंद सियाह क्या है?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्य है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू (हिंदी)। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता हैं। यह एक मध्यप्रमाण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। वह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमे उस पेड़ के ही औषधीय गुण पाए जाते हैं गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द, शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है।

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