भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब जीवनशैली ने कई गंभीर बीमारियों को आम बनाकर रख दिया है, जिसमें एक नाम डायबिटीज का भी है। माना जाता है कि मधुमेह या शुगर की बीमारी अगर किसी को हो जाए, तो जिंदगी भर उसके साथ रह सकती है। इसके अलावा, अगर वक्त रहते शुगर के लक्षण पर ध्यान न दिया जाए, तो यह समस्या आगे जाकर और भी खतरनाक हो सकती है। समय के साथ लोग अपने आहार को लेकर भी जागरूक हो रहे हैं। डायबिटीज एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसका जड़ से इलाज नहीं किया जा सकता। इस समस्या का केवल जिंदगी भर ख्याल ही रखा जा सकता है। साथ ही डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए तरह-तरह की दवाइयाँ और इलाज हैं। लेकिन इस समस्या में जितना हो सके यूनानी और आयुर्वेदिक इलाज ही किया जाना चाहिए। जैसा कि शिवराज सिंह जी ने किया है। शिवराज सिंह जी ने अपनी डायबिटीज की समस्या यूनानी इलाज के द्वारा कंट्रोल कर रखा है और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। चलिए जानते हैं शिवराज सिंह जी की पूरी आत्मकथा।
शिवराज सिंह लखनऊ के कृष्णा नगर के रहने वाले हैं और उनकी उम्र 52 वर्ष की है। 52 वर्ष की उम्र में होकर भी शिवराज जी अपनी सेहत का काफी ज्यादा ख्याल रखते हैं। और रखें भी क्यों ना आखिर सेहतमंद रहना कौन नहीं चाहता? खुद को स्वस्थ रखने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। शिवराज जी अपने परिवार के साथ ही कृष्णा नगर में रहते हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक 18 वर्ष का बेटा रहता है। छोटे से परिवार के साथ शिवराज जी काफी खुशी के साथ जीवन बिता रहे हैं। शिवराज जी लखनऊ में ही सचिवालय में समीक्षा अधिकारी हैं। इतना बड़ा अधिकारी होकर काम सिर से ऊपर होना तो लाज़मी है। शिवराज जी का आधे से ज्यादा समय तो अपने दफ्तर में ही निकल जाता था। काम की इसी उधेड़बुन में वे खुद पर ध्यान देना ही भूल गये।
कहते हैं समस्या का कोई समय नहीं होता। वह तो किसी भी समय किसी भी व्यक्ति को आ सकती है। ऐसी ही समस्या शिवराज जी को भी अचानक आ गयी। शिवराज जी को अचानक से आंखो से धुंधला दिखाई देने लगा। जांच कराने के बाद पता चला कि वे शुगर की गंभीर समस्या से पीड़ित हो गये हैं। हैरानी तो तब हुई जब उनकी शुगर की जांच कराई गयी और जांच कराने पर उनकी शुगर 501 से ऊपर आयी। जो कि किसी भी शुगर के मरीज के लिए काफी खतरनाक है। शिवराज जी का उन्हीं के पारिवारिक डॉक्टर से इलाज शुरू हुआ। इलाज के दौरान उन्हें अपनी समस्या में कुछ ज्यादा फर्क नजर नहीं आया। शिवराज जी बताते हैं कि वे ऑफिस से आने के बाद टीवी जरूर देखते हैं। टीवी पर ही उन्होंने सबसे पहली बार हकीम सुलेमान खान साहब को देखा। उस समय हकीम साहब का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी चल रहा था। शिवराज जी को हकीम जी का शो बहुत अच्छा लगा। अब उन्होंने इसे रोजाना देखना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उन्होंने उस शो के जरिये बताए गये हकीम जी के घरेलू नुस्खों को एक कॉपी में उतारना भी शुरू कर दिया और घरेलू नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया। जब घरेलू नुस्खों से शिवराज जी को आराम लगने लगा तब उन्होंने हकीम साहब से अपनी समस्या के बारे में जानकारी ली। उनकी समस्या को देखते हुए उन्हें शुगर की समस्या के लिए गोंद का जामुन और पेट व ATIYA HERBS से दोनों दवाइयों को ऑर्डर किया और इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इस्तेमाल के कुछ समय बाद ही शिवराज जी को अपनी समस्या में काफी आराम हुआ और शुगर की जांच कराने पर शुगर भी कंट्रोल में हो गया। अब शिवराज जी स्वस्थ राह की तरफ चल चुके थे और वे यूनानी में अपना पूरा इलाज देख चुके थे। शिवराज जी आज बहुत ही स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। उन्होंने अपनी समस्याओं से राहत पाने के लिए सबसे कारगर इलाज यूनानी में समझा और यूनानी दवाओं से ही अपना इलाज किया। आलम यह हुआ कि धीरे-धीरे उनकी सारी समस्याओं में राहत मिल गयी। उन्होंने हकीम जी के छोटे बड़े सभी मिलाकर 100 से ज्यादा नुस्खे लिख रखे हैं। वे दूसरों को भी हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाने की सलाह देते हैं। ताकि हकीम जी के घरेलू नुस्खों से सभी स्वस्थ हो जायें। शिवराज जी अब तक चार लोगों की मदद कर चुके हैं। शिवराज जी ने अपने ड्राइवर को भी गोंद सियाह के इस्तेमाल करने की सलाह दी। एक बार उनका ड्राइवर भी बाजार से काला गोंद ले आया जो कि नकली था। यह गोंद उन्हें कम दाम पर भी मिल गया था। जब इसके इस्तेमाल के 25 दिन तक भी कुछ नहीं हुआ तो उन्होंने यह बात शिवराज जी को बतायी। जिसके बाद शिवराज जी ने उन्हें असली गोंद सियाह मंगा कर दिया। असली गोंद सियाह के इस्तेमाल करने के बाद उन्हें भी अपने दर्द की समस्या में काफी आराम हुआ।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद जामुन क्या है?
हकीम सुलेमान खान साहब का गोंद जामुन एक प्राकृतिक उत्पाद है। यह एक हर्बल औषधि है जिसका उपयोग स्वस्थ जीवन और खुशहाली के लिए सदियों से किया जा रहा है। यूनानी की इस दवा को मुख्य तौर पर इस्तेमाल शुगर की समस्या को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। शुगर की समस्या में इस गोंद को काफी असरदार और गुणकारी माना जाता है। इस गोंद को इस्तेमाल करने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।